Namaz Ka Tarika In Hindi (2022) || नमाज पढ़ने का तरीका- Puri Namaz

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Namaz Ka Tarika In Hindi (2022) || नमाज पढ़ने का तरीका- Puri Namaz

Namaz Ka Tarika In Hindi (2022) || नमाज पढ़ने का तरीका- Puri Namaz
namaz ka tarika

 Namaz Ka Tarika In Hindi

नमाज का तरीका हर मोमिन मर्द और औरत पर सीखना फर्ज है और इस्लाम में 5 फ़र्जों में से एक फर्ज नमाज भी है इसीलिए नमाज का तरीका आज कि इस पोस्ट में हम सीखेंगे

अल्लाह तआला कुरआन मे इरशाद फरमाय

(Quran Surah 2.43 )

और नमाजों को काइम रखो और जकात दो और रुकु करने वालों के साथ रुकु करो


हुजूर सल्ला वसल्लम ने इरशाद फरमाया की नमाज मेरी आंखों की ठंडक है

दुनिया में हर मुसलमान मर्द और औरत पर कुरान में नमाज फर्ज की गई है


Namaz (नमाज़ )


नमाज को जो भी मुसलमान नहीं पड़ता है वह अल्लाह की नजर में सबसे नीचे है इसीलिए सभी को पांच वक्त की नमाज अदा करनी चाहिए लेकिन बहुत से लोगों को नमाज पढ़ने का तरीका नहीं पता

होता है इस पोस्ट जरिए पूरी नमाज़ सीख लेंगे


तो इस पोस्ट में आपको नमाज का तरीका बताऊंगा वह भी हिंदी में और

आपको सीखने में भी आसानी होगी हमें उम्मीद है कि आप इस पोस्ट के जरिए

पूरी नमाज का तरीका (Namaz Ka Tarika In Hindi) सीख लेंगे


लेकिन उससे पहले मैं आपको नमाज का मतलब बताना चाहूंगा कि नमाज का मतलब होता क्या है


What is namaz नमाज़ क्या है


नमाज (ऊर्दू نماز) या सलाह (صلاۃ ,अरबी) अरबी शब्द है नमाज फारसी शब्द है, जो उर्दू में अरबी शब्द सलात का पर्याय  है

कुरान मजीद में इस शब्द का बार बार इस्तेमाल किया गया है आखिर क्यों इस शब्द का बार-बार इस्तेमाल किया गया है आइए जानते हैं नमाज हर वह आदमी जिस ने कलमा पढ़ा है और उसकी उम्र 7 साल से ज्यादा है उस पर फर्ज है अगर कोई भी मुसलमान नमाज को दुनियावी कामों के लिए छोड़ता है तो वह अल्लाह की नजरों में गुनहगार होता है


Namaz Ki Rakat (नमाज़ रकात चार्ट)

 

Namaz Ki Rakat

  नमाज़ सुन्नत  फ़र्ज़  सुन्नत  नफील  वित्र  नफील   
 💗  NAMAZ SUNNAT FARZ SUNNAT NAFL WITR NAFL  
फ़ज्र FAJAR 2 2 - - - -  
जोहर ZOHAR 4 4 2 2 - -  
अस्र  ASAR 4 4 - - - -  
मगरीब  MAGRIB - 3 2 2 - -  
ईशा  ISHA 4 4 2 2 3 2  
जुमा  JUMA 4 2 4+2 2 - -  


सभी मुसलमान मर्द और औरत पर पांच वक्त टाइम की नमाज फर्ज की गई है जोकि कुछ इस प्रकार है

 

फ़ज्र (fajr) ये नमाज़ सुबह "Morning" मे सूरज निकालने से पहले पढ़ी जाती है 
ज़ोहर (Duhar) ये नमाज़ दोपहर "Afternoon" में पढ़ना होता है 
अस्र (Asar) यह दोपहर "Afternoon" के बाद पढ़ी जाती है 
मगरीब (Magrib) ये नमाज़ शाम "Evening" सूरज के डूबने के टाइम पढ़ी जाती है 
ईशा (Isha) ये नमाज़ रात "Night" को सोने से पहले पढ़ी जाती है 

नमाज़ का टाइम (PRAYER TIMES)



उम्मीद करते हैं कि आपको बताई गई चार्ट में नमाज़ की रकात और टाइम टेबल के बारे मालूमात हो गई होगी अब चलती है नमाज का तरीका यानी नमाज किस तरह से पढ़ी जाती है क्या क्या पढ़ना होता है कैसे पढ़ते हैं

Namaz ke tarika




Namaz padhne ka tarika

नमाज पढ़ने का तरीका बहुत ही आसान है नमाज या तो 2 रकात की होती है या तीन या चार रकात की

आइए हम रकात को और आसानी से समझते हैं

मतलब की 1 रकात में एक रुको और दो सजदे होते हैं नमाज पढ़ने का तरीका कुछ इस तरह है

नमाज के लिए किबला रुख होकर नमाज़ के इरादे के साथ अल्लाह हू अकबर कहकर तकदीर हाथ बांध लीजिए

हाथ मारने के बाद सना पढ़िए आपको जो भी सना आता हूं वह सना पढ़ सकते हैं लेकिन मशहूर मारूफ जो सना है वह कुछ इस तरह है


Sana(सना )

सुबहानक -ल्लाहुम्मा व बि हमदिका व तबार कसमु का व त आला जद्दुक  व ला इलाह गरुक


इसके बाद तव्वुज़ पढ़ें यानी

अऊज़ू बिल्लाही मिनश-शैतानि-र्रजीम 

फिर उसके बाद तस्मिया , यानी

बिस्मिल्ला-हिर्रहमानिर्रहीम  

इसके बाद सूरह फातिहा पढ़ें 

सूरह फातिहा 

अल हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन

अर्रहमानिर्रहीम मालिकि यौ  मिद्दिन 

इय्याक नअबुदु व इय्याक नसतईन 

इहदिन स्सिरातल मुस्तकीम सिरा-तल्लाजीना अनअमत  अलैहिम 

गैरिल्-मगदूबि अलैहिम व ल-ज्जाल्लीन 

सूरह फातिहा के बाद नीचे दी गई सूरतों में से कोई एक सूरह पढ़ें

सूरह कौसर 

इन्ना आतैना कल-कौसर 

फसल्लिलि रब्बिक व-नहर इ-न्न शानीयक हुअल अबतर    

सूरह इख्लास 

कुल-हु-अल्लाहु अहद 

अल्लाहु स्समद लम यलिद व लम यू लद 

व लम य कुल-ल्लहू कुफ़ु वन अहद 

सूरह फ़लक 

कुल अऊजू बि रब्बिल फ़लक 

मिन शर्ररी मा खलक व मिन शर्री गासिकीन इज़ा वकब  

व मिन शर्री नफ़्फ़ा साती  फिल उकद 

व मिन शर्री हासीदिन इज़ा हसद 

सूरह नास 

कुल अऊजू बि रब्बिन्नास  मलिकीन्नास इलाही-न्नास

मिन शर्रील वस वासिल खन्नास अल्लज़ी यूवस विसू फी-

सुदूरीन्नास मिनल जिन्नति व न्नास  

 

उसके बाद सूरह फातिहा और कोई एक सूरत मिलाने के बाद

अल्ला हू अकबर कहते हुए रुक में जाएं


रुको मैं जाने के बाद अल्लाह की तस्वीह बयान करें

वह तस्वीर यह है

रुकु की तस्बीह 
सुबहान रब्बियल अजीम


उसके बाद ( समीअल्लाहु लिमन हमिदा ) कहते हुए रुकू से खड़े हो जाएं सीधे तरीके से

खड़े होने के बाद एक बार ( रब्बना लकल हम्द ) फिर ( अल्लाहु अकबर )

कहते हुए सजदे में जाए


सजदे की तस्वीर कुछ इस तरह है

सजदे की तस्बीह 
सुबहान रब्बियल आला 

First sajda पहला सजदा के बाद

फिर उसी तरह से दोसरी सजदा करें

दोनों सजदे करने के बाद दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं


दूसरी रकात सेम तरीके से पड़ेंगे जिस तरह से आपने पहली रकात पढ़ी इसमें कुछ भी बदलाव नहीं करेंगे पहली रकात में सूरह फातिहा पढ़ने के बाद जो आपने सूरत पढ़ी थी उस सूरत को ना पढ़कर अगले वाली सूरत को पढ़ें

जैसे- अगर आपने पहली रकात मे सूरह कौसर पढ़ा तो दोसारी रकात मे सूरह इख्लास पढ़ें

 

यह सब करने के बाद अगर आपको 2 रकात नमाज पढ़नी है तो तशहूद के लिए बैठ जाएंगे

और अत्ताहीयत पढ़ेंगे वो यह है.

Attahiyat aur darud ibrahimi dua e masurah



अत्तहियात

अत्तहियातू लिल्लाहि व स्सलवातू व तय्यिबातू अस्सलामु अलैक अयौहन्नबी व रहमतुल्लाही

व बरकातहू

अस्सलामु अलैना व आला इबा दिल्लाही स्सालिहीन अशहदु अल्ला इलाहा इलल्लाहु

व शहदू अन्ना मोहम्मदन अब्दुहु व रसूलूह

दरूद ए इब्राहिमी 

अल्लाहुम्मा सल्ले अला मोहम्मदीन वाला आले मुहम्मद. कमा सल्लैत अला अब्राहिम व आला

आलि इब्राहिम इन्नक हमईदुम मजीद

 

 अल्लाहुम्मा बारिक अला मोहम्मदीन व आला आालि मोहम्मदिन कमा बारक्त अला इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम

इन्नक हमईदुम मजीद

दुआ ए मासूरह 

अल्लाहुम्मा इन्नी जलमतू नफ्सी जुल्मन कसीरा वला यग्फिरुजुनूब इल्ला अंता फ़ग्फ़िरली

मगफिरतम मिन इन्दीक वरहमनी इन्नक अंतल गफूरू र्रहीम


ये सब पढ़ने के बाद सलाम फेर लें ये प्रोसेस 2 रकात का है
अगर आपको 4 राकत पढ़नी है तो कुछ इस तरह से पढ़ेंगे

दोसरी रकात मे अत्ताहियात पढ़ने के बाद आप फिर से तीसरी रकात के
लिए खड़े हो जाएंगे
तीसरी रकात भी पहली रकात या दूसरे का जैसी पड़ेंगे ध्यान रहे अगर आप 4 रकात फर्ज पढ़ रहे हैं तो आप तीसरी और चौथी रकात में सूरह फातिहा के बाद कोई सूरत नहीं मिलाएंगे बल्कि सूरह फातिहा पढ़कर तीसरी और चौथी रकात में रुको और सजदा करके कायदा अखिराह (तशहूद ) नमाज़ के हालत मे बैठ जाएंगे
फिर 4 रकात मे अत्तहियात पड़ेंगे अत्तहियात पढ़ने के बाद दुरूद ए इब्राहिम पड़ेंगे दुरूद ए इब्राहिम पढ़ने के बाद कोई दुआ पड़ेंगे नमाज़ अक्सर पढ़ी जाने वाली दुआ दुआ ए मा सूरह है
ये सब पढ़ने के बाद सलाम फेर लें

ये तो हो गया नमाज़ का तरीका अब चलते नमाज़ की नियत के तरफ



नमाज़ की नियत (Puri namaz Ki niyat)

नमाज़ ए फ़ज्र की 2 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ फ़ज्र की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए फ़ज्र की 2 रकअत फ़र्ज़  
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ फ़ज्र की फ़र्ज़  वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 


नमाज़ ए ज़ोहर की 4 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ ज़ोहर की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए ज़ोहर की 4  रकअत फ़र्ज़ 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ ज़ोहर कीफ़र्ज़ वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए ज़ोहर की 2 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ ज़ोहर की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए ज़ोहर की 2 रकअत नफ़ल 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ नफ़ल वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए अस्र की 4 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ अस्र  की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए अस्र की 4  रकअत फ़र्ज़ 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ अस्र की फ़र्ज़  वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए मगरिब की 3  रकअत फ़र्ज़  
नीयत की मैंने 3 रकअत नमाज़ मगरिब की फ़र्ज़  वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए मगरिब की 2 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने दो 2 रकअत नमाज़ फ़ज्र की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए मगरिब की 2 रकअत नफ़ल 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ नफ़ल  वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए ईशा  की 4  रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ ईशा  की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए ईशा की 4  रकअत फ़र्ज़ 
नीयत की मैंने 4  रकअत नमाज़ ईशा की फ़र्ज़  वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए ईशा की 2 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने दो रकअत नमाज़ ईशा की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए ईशा की 2 रकअत नफ़ल 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ नफ़ल वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए ईशा की 3 रकअत वित्र 
नीयत की मैंने 3 रकअत नमाज़ वित्र की वाजिब वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए ईशा की 2 रकअत नफ़ल 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ नफ़ल  वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 

नमाज़ ए जुमा की 4  रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ जुमा की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए जुमा की 2 रकअत फ़र्ज़ 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ जुमा फ़र्ज़ वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए जुमा की 4 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 4 रकअत नमाज़ जुमा की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए जुमा की 2 रकअत सुन्नत 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ जुमा की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
नमाज़ ए जुमा की 2 रकअत नफ़ल 
नीयत की मैंने 2 रकअत नमाज़ नफ़ल वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर ! 
हमे उम्मीद है की आप नमाज़ का तरीका (Namaz Ka Tarika In Hindi)और
 नमाज़ की नियत और नमाज़ से जुड़ी तमाम जानकारियाँ मालूम हो गई होगी अगर आपको 
नमाज़ का तरीका वाली ये पोस्ट पसंद आई हो तो 
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मिलेंगे आपसे फिर किसी प्यारी पोस्ट के साथ तब तक के लिए
अस्सलामु अलैकुम अल्लाह हाफ़िज़




 


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