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 किताब पढ़ने की दुआ | book padhne ki dua in hindi

dua book in hind

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कुछ भी पढ़ते है याद नहीं रहता और जो याद रहता है वो भूल जाते पढ़ने का दिल नहीं करता इन सब परशानियों दूर करना चाहते है तो  ये आजमाई हुई दुआ को पढे जो कुछ पढ़ेंगे याद रहेगा भूलने की बीमारी को खत्म कर देगा और खूब पढ़ने दिल करे गा । आजमाई हुई ये दुआ (Dua )

दीनी किताब या इस्लामिक सबक पढ़ने से पहले और कोई खास किसम के जाएज़ जानकारी रीड करने पहले 

नीचे दी हुई दुआ को पढ़ लीजिए तो !

इंशा अल्लाह जो कुछ पढ़ेंगे याद रहेगा ।  वो दुआ यह है :



किताब पढ़ने की दुआ

अल्लाहुम्मफ्तह अलैना हिकमतक वनशूर

अलैना रहमतक या जलजलाले वल-इकराम 

तर्जमा : ए अल्लाह ! हम पर इल्मों हिकमत के दरवाज़े खोल दे और हम पर अपनी रहमत नाज़िल फरमा ! 

 ए अजमत और बुज़ुर्गी वाले। 


किताबी दुआ पढ़ने का तरीका 

इस दुआ को पढ़ने का जो सही और बेहतर तरीका ये है की सबसे  पहले  दरूद शरीफ जो आपको याद 

हो पहले 3 बार पढे और दुआ पढ़ने के बाद भी 3 बार दरूद शरीफ पढ़ें   

अगर आपको कोई दरूद शरीफ नहीं याद है तो देख कर या ये छोटी दरूद शरीफ पढ़ सकते हैं 

छोटी दरूद शरीफ       ( अलहुम्मा सल्ले अला मोहम्मद )


उसके बाद कोई इस्लामिक सबक या दीनी बाते या दीनी किताबें और खास इल्म हासिल करना कहेंगे
तो इंशा अल्लाह हासिल होगा

क़यामत के दिन का ख्वाहिश

फरमाने मुस्तफा साललल्लाहु अलैहि व सल्लम है सबसे ज़्यादा हसरत (ख्वाहिश) कयामत के दिन
उसको होगी जिसे दुनिया मे इल्म हासिल करने का मोअका मिला मगर उसने हासिल न किया और
उस शख्स को होगी जिसने इल्म हासिल किया और दोसरों ने तो उस से सुन कर नफ़्आा
उठाया लेकिन इसने न उठाया ( यानि) इल्म पर अमल न किया

इसी दुआ के साथ अपने आर्टिकल का एंडिग करते है कि अल्लाह ताला हमें इल्म दीन हासिल करने और उस पर अमल करने की तौफीक फरमाए उम्मीद करते हैं ये आर्टिकल आप को पसंद आई होगी आर्टिकल पसंद आने की सूरत में आर्टिकल को अपने तमाम दोस्तों के साथ शेयर जरुर कर दीजियेगा मिलते हैं फिर आपसे किसी प्यारी आर्टिकल के साथ तब के लिए अससलामु अलैकुम


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