Fajar ki 2 Suannt , 2 Farz ka tarika | फ़ज्र 2 सुन्नत और 2 फ़र्ज़ का तरीका

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Fajar ki 2 Suannt , 2 Farz ka tarika | फ़ज्र 2 सुन्नत और 2 फ़र्ज़ का तरीका






 आज हम आपको फ़जर नमाज में पढ़ी जाने वाली 2 रकात सुन्नत 2 रकात फर्ज नियत और
 पढ़ने के तरीके के बारे में बताएंगे 
आपको जिससे की आपको फ़जर नमाज़ पढ़ने का तरीका पूरी मुकम्मल के साथ मालूम हो जाएगा...
 इंशा अल्लाह 

फ़ज्र नमाज़ का तरीका 

( Fajar Namaz Ka Tarika in hindi ) नमाज़ पढ़ने के लिए सबसे जरूरी चीज़ होती है नियत .. 

नियत एक दिल के इरादे का नाम है नियत जबान से कहना अफजल है 
 नमाज के नियत मे कौनसा नमाज़ पढ़ना है सुन्नत या फ़र्ज़  सुन्नत और फ़र्ज़ बदलाव करना है 

 बाकी सारे नमाज़ के वही स्टेप फॉलो करना होता  है फ़जर के 2 सुन्नत और 2 रकात फर्ज किस
तरह से पढ़ते हैं आइए जानते हैं 


 पूरी नमाज कैसे पढ़ते हैं  इसके बारे में हमने इसे पहले वाले पोस्ट में बताया था 



(fajar namaz ki 2 sunnat )फजर की दूर का सुन्नत की नियत कैसे करते हैं हर नमाज की

 नियत लगभग एक ही जैसी होती है

 बस आपको कौन सी नमाज पढ़ना है उसी को बदलना है सुन्नत पढ़ रहे हैं या फर्ज यह कहना है
 चलो हम आपको बताएंगे कि 2 रकात सुन्नत की नियत कैसे करते हैं हर सुन्नत की नियत को
 इसी तरह करना है बस जिस वक्त की नमाज पढ़ रहे हैं उसे कहना है  जैसे-

अगर (2 rakat fajar ki farz ) 2 रकात फज्र की सुन्नत की जगह 2 रकात फ़ज्र की फर्ज पढ़ना है

तो सबसे पहले आप नियत करेंगे 

नियत मे कहेंगे नियत करता हूं मैं 2 रकात नमाज ए फजर की फर्ज वास्ते अल्लाह ताला के
रुख  मेरा काबा शरीफ की तरफ  (अल्लाहु अकबर )

और आपको अगर 2 रकात फज्र की फ़र्ज़  की जगह 2 रकात फ़ज्र की सुन्नत पढ़ना है 
तो सबसे पहले आप नियत करेंगे 
नियत मे कहेंगे 
नियत करता हूं मैं 2 रकात नमाज ए फजर की सुन्नत रसूले पाक के  वास्ते
 अल्लाह ताला के रुख  मेरा काबा शरीफ की तरफ  (अल्लाहु अकबर )


आप दोनों हाथों को कानों तक लेकर जाएंगे और अल्लाह पर कहते हुए दोनों हाथों को नाफ़
 के नीचे बांध लेंगे और  सना (Sana ) पढ़ें .

सुबहानक -ल्लाहुम्मा व बि हमदिका व तबार कसमु का व त आला जद्दुक  व ला इलाह गरुक

इसके बाद तव्वुज़ पढ़ें यानी

अऊज़ू बिल्लाही मिनश-शैतानि-र्रजीम 

फिर उसके बाद तस्मिया , यानी

बिस्मिल्ला-हिर्रहमानिर्रहीम  

इसके बाद सूरह फातिहा पढ़ें 

सूरह फातिहा (Surah Fatiha In Hindi )

अल हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन

अर्रहमानिर्रहीम मालिकि यौ  मिद्दिन 

इय्याक नअबुदु व इय्याक नसतईन 

इहदिन स्सिरातल मुस्तकीम सिरा-तल्लाजीना अनअमत  अलैहिम 

गैरिल्-मगदूबि अलैहिम व ल-ज्जाल्लीन


सूरह फातिहा के बाद नीचे दी गई सूरतों में से कोई एक सूरह पढ़ें

सूरह कौसर  (Surah Kausar In hindi)

इन्ना आतैना कल-कौसर 

फसल्लिलि रब्बिक व-नहर इ-न्न शानीयक हुअल अबतर    

 

 उसके बाद सूरह फातिहा और कोई एक सूरत मिलाने के बाद

अल्ला हू अकबर कहते हुए रुक में जाएं


रुको मैं जाने के बाद अल्लाह की तस्वीह बयान करें

वह तस्वीर यह है सुबहान रब्बियल अजीम



उसके बाद ( समीअल्लाहु लिमन हमिदा ) कहते हुए रुकू से खड़े हो जाएं सीधे तरीके से

खड़े होने के बाद एक बार ( रब्बना लकल हम्द ) फिर ( अल्लाहु अकबर )

कहते हुए सजदे में जाए


सजदे की तस्वीर कुछ इस तरह है सुबहान रब्बियल आला 

फिर उसी तरह से दोसरी सजदा करें

दोनों सजदे करने के बाद यहाँ आपकी 1 रकात नमाज़ हो गई दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं


दूसरी रकात सेम तरीके से पड़ेंगे जिस तरह से आपने पहली रकात पढ़ी इसमें कुछ भी बदलाव नहीं करेंगे पहली रकात में सूरह फातिहा पढ़ने के बाद जो आपने सूरह पढ़ी थी उस सूरत को ना पढ़कर अगले वाली सूरत को पढ़ें जैसे- सूरह इखलास


मतलब - अगर आपने पहली रकात मे सूरह कौसर पढ़ा तो दोसारी रकात मे सूरह इख्लास पढ़ें

 

यह सब करने के बाद अगर आपको 2 रकात नमाज पढ़नी है तो तशहूद के लिए बैठ जाएंगे

और अत्ताहीयत पढ़ेंगे वो यह है. अत्तहीयात पढ़ें (attahiyat hindi mein)


फिर एक दरूद पढ़नी होती है वो यह है क्लिक करें दरूद ए इब्राहिमी


और फिर कोई एक दुआ पढ़ें बेहतर ये दुआ है - दुआ ए मासूरह


दुआ पढ़ने के बाद सलाम फेर देनी है यहाँ आपकी 2 रकात फ़जर की सुन्नत नमाज़ अदा हो जाएगी |

अब रह गई सवाल 2 रकात फ़जर की फ़र्ज़ 
तो फ़जर के 2 फ़र्ज़ पढ़ने के लिए 
कोई अलग तरीका नहीं है जिस तरह से आपने फ़जर के 2 सुन्नत पढ़ी वही तरीका है फ़जर के फ़र्ज़ पढ़ने की 


  उम्मीद करता हूं कि आपको दूर का सुन्नत और 2 रकात फर्ज पढ़ने का जो तरीका है वह पता हो गया होगा बहुत ही आसानी के साथ अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो पसंद आने की सूरत में इस पोस्ट को अपने दोस्तों में और अपने अजीज भाइयों में शेयर करें मिलते हैं आपसे फिर किसी पोस्ट के साथ तब तक
अल्लाह हाफ़िज़ 

कौन बनेगा जन्नती सवाल 

सूरह फातिहा तर्जमा 

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