Fajar ki 2 Suannt , 2 Farz ka tarika | फ़ज्र 2 सुन्नत और 2 फ़र्ज़ का तरीका
फ़ज्र नमाज़ का तरीका
पूरी नमाज कैसे पढ़ते हैं इसके बारे में हमने इसे पहले वाले पोस्ट में बताया था
(fajar namaz ki 2 sunnat )फजर की दूर का सुन्नत की नियत कैसे करते हैं हर नमाज की
अगर (2 rakat fajar ki farz ) 2 रकात फज्र की सुन्नत की जगह 2 रकात फ़ज्र की फर्ज पढ़ना है
सुबहानक -ल्लाहुम्मा व बि हमदिका व तबार कसमु का व त आला जद्दुक व ला इलाह गरुक |
इसके बाद तव्वुज़ पढ़ें यानी
फिर उसके बाद तस्मिया , यानी
इसके बाद सूरह फातिहा पढ़ें
सूरह फातिहा (Surah Fatiha In Hindi )
अल हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन
अर्रहमानिर्रहीम मालिकि यौ मिद्दिन
इय्याक नअबुदु व इय्याक नसतईन
इहदिन स्सिरातल मुस्तकीम सिरा-तल्लाजीना अनअमत अलैहिम
गैरिल्-मगदूबि अलैहिम व ल-ज्जाल्लीन
सूरह फातिहा के बाद नीचे दी गई सूरतों में से कोई एक सूरह पढ़ें
सूरह कौसर (Surah Kausar In hindi)
इन्ना आतैना कल-कौसर
फसल्लिलि रब्बिक व-नहर इ-न्न शानीयक हुअल अबतर
अल्ला हू अकबर कहते हुए रुक में जाएं
रुको मैं जाने के बाद अल्लाह की तस्वीह बयान करें
वह तस्वीर यह है सुबहान रब्बियल अजीम
उसके बाद ( समीअल्लाहु लिमन हमिदा ) कहते हुए रुकू से खड़े हो जाएं सीधे तरीके से
खड़े होने के बाद एक बार ( रब्बना लकल हम्द ) फिर ( अल्लाहु अकबर )
कहते हुए सजदे में जाए
सजदे की तस्वीर कुछ इस तरह है सुबहान रब्बियल आला
फिर उसी तरह से दोसरी सजदा करें
दोनों सजदे करने के बाद यहाँ आपकी 1 रकात नमाज़ हो गई दूसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं
दूसरी रकात सेम तरीके से पड़ेंगे जिस तरह से आपने पहली रकात पढ़ी इसमें कुछ भी बदलाव नहीं करेंगे पहली रकात में सूरह फातिहा पढ़ने के बाद जो आपने सूरह पढ़ी थी उस सूरत को ना पढ़कर अगले वाली सूरत को पढ़ें जैसे- सूरह इखलास
मतलब - अगर आपने पहली रकात मे सूरह कौसर पढ़ा तो दोसारी रकात मे सूरह इख्लास पढ़ें
यह सब करने के बाद अगर आपको 2 रकात नमाज पढ़नी है तो तशहूद के लिए बैठ जाएंगे
और अत्ताहीयत पढ़ेंगे वो यह है. अत्तहीयात पढ़ें (attahiyat hindi mein)
फिर एक दरूद पढ़नी होती है वो यह है क्लिक करें दरूद ए इब्राहिमी
और फिर कोई एक दुआ पढ़ें बेहतर ये दुआ है - दुआ ए मासूरह