कुरान का पहला शब्द क्या है खुलासा?

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 कुरान का पहला शब्द क्या है खुलासा? || Quran Ka Pahla Word ka Khulasa?



कुरान का पहला शब्द है इकरा इसका तर्जुमा (अर्थ ) होता है "पढ़"

आइए दोस्तों हम इस शब्द का मतलब का खुलासा करतें हैं और ए भी जानते हैं इस शब्द को क्यों सबसे पहले नाजिल किया गया ?


इस पोस्ट में एम इसके बारे में स्टेप बाय स्टेप जानने की कोशिश करते हैंशब्द इकरा के साथ और भी शब्द शामिल हैं जिनका अलग-अलग मतलब होता हैशब्द इकरा के साथ शामिल होने वाले जो शब्द हैं वह कंप्लीट (पूरा) शब्द यह है                इकरा बिस्मि रब्बि कल लज़ी खलक        اِقْرَاْ بِاسْمِ رَبِّكَ الَّذِیْ خَلَقَۚ



इस आयात का कंजूल ईमान में ट्रैन्स्लैट किया गया है जो कुछ इस तरह हैं


अपने रब के नाम से पढ़ो जिसने पैदा किया

अब इसका मतलब क्या हुआ आई हम इसको भी समझते हैं

शाने नूजुल हजरत आयशा रजि अल्लाह ताला अन्हा फरमाती हैं रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम पर वही की इब्तिदा अच्छे ख्वाबों से हुई

आप सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम जो ख्वाब देखते वह सुबह की रोशनी की तरह जाहिर हो जाता


फिर आप सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम खललवत पसंद हो गए

और गारे हीरा में जाने लगी और काशानाए अकदस की तरफ लौटने से पहले वहां कई कई रातें ठहर कर इबादत करते और इतना आरसा वहां रहने के लिए

खाने पीने की चीजें साथ ले जाते फिर हजरत खदीजा रजि अल्लाह ताला अन्हा की तरफ लौटते


और वह उसी तरह खाने की बंदोबस्त कर दीया करती यहां तक कि आप सल्लल्लाहो वाले वसल्लम के पास हक आ गया जब की आप सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम गारे हीरा में थे

यानी फ़रिश्ते ने आप सल्लल्लाहो वाले वसल्लम की बारगाह में हाजिर होकर सिर्फ इतना कहा

"इकरा" (Iqra)जिसका अर्थ है पढ़िए


नबी करीम सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम फरमाते हैं मैंने कहा मैं पढ़ने वाला नहीं हूं उसने मुझे पकड़कर बड़े जोर से दबाया फिर छोड़ते हुए कहा "इकरा"

मैंने कहा मैं पढ़ने वाला नहीं हूं उसने मुझे पकड़कर दोबारा बड़ी जोर से दबाया फिर छोड़ दिया और कहा "इकरा" मैंने कहा मैं पढ़ने वाला नहीं हूं


उसने मुझे पकड़ा और तीसरी बार दबाया फिर मुझे छोड़ कर जब आयत इकरा के साथ शामिल होने वाले शब्द मुकम्मल

पढ़ा गया इकरा बिस्मि रब्बि कल लज़ी खलक (اِقْرَاْ بِاسْمِ رَبِّكَ الَّذِیْ خَلَقَۚ) जिसका पूरा मतलब कुछ यूं मिलता है तर्जुमा कंजूल ईमान


अपने रब के नाम से पढ़ो जिसने पैदा किया इंसान को खून के लौटढ़े से बनाया,, पढ़ो और तुम्हारा रब ही सबसे बड़ा करीम है,, जिसने कलम से लिखना सिखाया इंसान को वह सिखाया जो वह ना जानता था ,,


इस आयत और उसके बाद वाली आयात का एक माना यह है कि अपने रबअज्ज व जल के नाम का जिक्र करो जिसनें तमाम मखलूक को पैदा किया

दूसरा माना यह है कि

ए हबीब सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम आपकी तरफ जो कुरान नाजिल किया गया उसे अपने उस रब रबअज्ज व जल के नाम से शुरु करते हुए पढ़ो जिसने तुम्हारे तमाम मखलूक को पैदा किया!


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